बड़े धोखे हैं इस राह में
बड़े धोखे हैं इस राह में
आजकल जिस तरह से प्यार में दिल टूट रहे हैं , धोखे मिल रहे हैं , और बहुत छोटी-छोटी सी चीजों के लिये या छोटी-छोटी बातों की वजह से लोग एक को छोड़कर दूसरे के पास चले जाते हैं, उससे कभी-कभी ऐसा लगता है कि आज के समय में प्यार की परिभाषा ही बदल गई गयी है।
जहाँ तक मेरा अपना तजुर्बा है तो मेरा मानना है कि प्यार में दिलों का टूटना या धोखा मिलने का सिर्फ और सिर्फ एक ही कारण है, और वो है लोगों को प्यार का असली मतलब पता ना होना। क्योकि जिसको प्यार का असली मतलब पता चल गया, जिसने प्यार को जान लिया, समझ लिया, उसके लिये दुनिया में प्यार से बढकर कुछ नहीं होता। प्यार की तुलना में उसके लिये दुनिया की सारी चीजें छोटी हो जाती हैं, बेकार हो जाती हैं।
आज के समय में ज्यादातर लोग सिर्फ अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिये, अपनी महत्वकांक्षाओं के लिये, अपना मतलब निकालने के लिये या सिर्फ दिखावे के लिये एक दूसरे से रिश्ता जोड़ते हैं, और उसे प्यार का नाम दे देते हैं। ऐसा रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चलता। ऐसे रिश्ते में एक शख्स उस रिश्ते को लेकर बहुत ज्यादा Serious हो जाता है और दूसरा सिर्फ नाटक करता है। या दिखावा करता है। नतीजन वो रिश्ता बहुत जल्दी टूट जाता है। जिसका दर्द सिर्फ उस शख्स को मिलता है जो उस रिश्ते को लेकर Serious होता है।
"" मोहब्बत की हर एक रसम निभाई थी मैने,
तुम्हारा प्यार पाने के लिए सब कश्ती दुबई थी मैने.
पर आपने ना कदर की मेरी वफ़ाई की यहा,
तुम्हारी मोहब्बत मे हर खुशी लुटाई थी मैने.""
तुम्हारा प्यार पाने के लिए सब कश्ती दुबई थी मैने.
पर आपने ना कदर की मेरी वफ़ाई की यहा,
तुम्हारी मोहब्बत मे हर खुशी लुटाई थी मैने.""
""माना की तेरे दर पे हम खुद चल कर आए थे, ऐ इश्क दर्द, दर्द और बस दर्द...ये कहाँ की मेहमान नवाजी ह""
आप मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत हो जाते हैं।
दिल टूटने या धोखा खाने के बाद इंसान पहली बार बहुत ही दर्द भरे और भयानक दौर से गुजरता है। शुरुआत में ऐसा लगता है कि आप कभी उस दर्द से बाहर नहीं आ पायेंगे। लेकिन अगर आप थोड़ा Serious और Positive+ होकर उस दर्द से बाहर निकलने की कोशिश करेंगे, तो आप उस दर्द और उस तकलीफ से बाहर निकल आयेंगे। और एक समय के बाद आप पायेंगे कि आप उस दर्द से पूरी तरह बाहर निकल चुकें हैं। तब आप मानसिक और भावनात्मक रूप से पहले से मजबूत और बेहतर हो जाते हैं। उसके बाद आपमें इतनी शक्ति और ताकत आ जाती है कि आप बड़े से बड़े दर्द को भी आसानी से सह सकते हैं और बड़ी से बड़ी मुश्किल का सामना कर सकते हैं। जो दिल टूटने के दर्द को सह गया और उससे बाहर निकल गया फिर उसे दुनियां की बड़ी से बड़ी मुश्किल, बड़ा से बड़ा दर्द, बड़ी से बड़ी चुनौती बहुत छोटी लगने लगती है।
खुद का ख्याल रखना सीख जाते हैं।
सच को स्वीकार करना सीख जाता है।
इंसान धीरे धीरे जिन्दगी की इस हकीकत को मानना सीख जाता है कि जिन्दगी की हर एक चीज पर उसका वश नहीं है। इसलिये उसे हर उस चीज को स्वीकार करना चाहिए जो जिन्दगी उसे देती है। और ये सही भी है जितना जल्दी इन्सान सच्चाई को स्वीकार करना सीख जाता है उतनी ही जल्दी वह ग़म की जिंदगी से निकलकर ख़ुशी की जिंदगी जीने लगता है।
पहले से समझदार हो जाता है।
दिल टूटने या धोखा खाने के बाद पहले से ज्यादा समझदार हो जाता है। उसके बाद वो हर एक बात को, हर एक काम को, अपनी जिन्दगी से जुड़े हर एक फैसले को काफी सोच समझकर कर लेता है। वह तर्क करना, तुलना करना, लोगों को समझना, अच्छे बुरे लोगों में फर्क करना, सोच विचार करना, अपने विवेक का इस्तेमाल पहले से बेहतर तरीके से करना सीख जाता है। जिससे वह काफी हद तक पहले की तुलना में धोखा खाने से बच जाता है।
जिम्मेदारियों का एहसास हो जाता है।
पहले से Mature हो जाता है।
एक बार धोखा खाने के बाद इंसान पहले से ज्यादा Mature हो जाता है। उसको जिन्दगी की, दर्द की, मुश्किलों से लड़ने की, समाज की, लोगों का असली समझ हो जाती है। उसे ये समझ में आ जाता है कि जिंदगी को कभी भी Plan नहीं किया जा सकता है, वो जैसा सोचता है या जैसा चाहता है हमेशा वैसा ही नहीं होता है, लोग कभी भी बदल सकते हैं और वो किसी को भी बदलने से रोक नहीं सकता है।
दोस्तों, कोई भी रिश्ता चाहे अच्छा हो या बुरा हो, या चाहे कितना भी ख़राब हो जाये, या कितना भी दर्द या गम देकर जाये, आपको कुछ ना कुछ सिखाकर जरुर जाता है। आपको इसका एहसास हो या ना हो लेकिन ऐसा कभी नहीं हो सकता कि कोई आपकी जिंदगी में आये और कुछ बदलकर ना जाये। किसी के आने से या जाने से आपकी जिंदगी में कुछ ना कुछ बदलाव जरुर आता है।
दोस्तों, ये बात बिल्कुल झूठ है कि किसी के बिना आप जी नहीं सकते। क्योंकि प्यार के अलावा आपका परिवार, दोस्त, रिश्तेदार भी होते हैं जो आपको बहुत प्यार करते हैं और आप भी उनसे बहुत प्यार करते हैं। इसलिए आपको चाहे ना चाहते हुए भी, लेकिन जीना तो पड़ता ही है। किसी के ना होने से जिंदगी कभी नहीं रूकती। हाँ कभी कभी ऐसा जरुर होता है कि उस इन्सान के बिना जीने में आपको थोड़ी मुश्किल हो या पहले से कुछ अलग हो, लेकिन किसी के धीरे धीरे सब कुछ Normal हो जाता है। आप अपने जिम्मेदारियों या दूसरी चीजों में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि एक समय के बाद वो शख्स आपके लिए अजनबी हो जाता है।
इसलिए अगर आपका दिल टूटा है या आपने धोखा खाया है तो उदास होने या रोने तड़पने से बेहतर है कि आप इसे सकारात्मक रूप में देखें कि ये आपको किसी ना किसी तरह से पहले से मजबूत और बेहतर बना कर जायेगा और कुछ ना कुछ ऐसा सिखाकर जायेगा जो आपकी आने वाली जिंदगी के लिए बहुत फायदेमंद होगा।........
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